हिय से करो सत्कार,सभी दिल से मिलें । कॉंटों भरा यह बाग,फूल भी तो खिलें ।। हिय से करो सत्कार,सभी दिल से मिलें । कॉंटों भरा यह बाग,फूल भी तो खिलें ।।
ये वक्त जो ठीक नहीं चल रहा फिर से नई शुरुआत कर पायेंगे। ये वक्त जो ठीक नहीं चल रहा फिर से नई शुरुआत कर पायेंगे।
क्या फ़र्क़ पड़ता है कि क्या देखा है मैंने सपना क्या फ़र्क़ पड़ता है कि क्या देखा है मैंने सपना
कठिनाईयां बहुत है सामने आगे बढ़ने की ताकत दे कठिनाईयां बहुत है सामने आगे बढ़ने की ताकत दे
होड़ा होड़ी का हर लम्हा, यश परचम फहराता है। होड़ा होड़ी का हर लम्हा, यश परचम फहराता है।
प्रेम मन्दिर का हमारा सफर रोमांचक नही रहा। अंत मे हम अपने घर आ गए। प्रेम मन्दिर का हमारा सफर रोमांचक नही रहा। अंत मे हम अपने घर आ गए।